यह टुन्नो, जिसका वैज्ञानिक नाम Thunnus obesus है, प्रशांत/भारतीय महासागर में हुक लाइन वाली मछली पकड़ने वाली नौकाओं द्वारा पकड़ा जाता है। ताजा पकड़ी गई टुन्नो की मछली का सिर काटा जाता है, आंतें निकाली जाती हैं और खून निकाला जाता है, फिर इसे फाइल किया जाता है और इन फार्म जहाजों पर -60 डिग्री तापमान पर जमी किया जाता है। बाजार में इस टुन्नो को अल्ट्राफ्रोजन कहा जाता है, क्योंकि इस तेज जमाव के कारण यह ताजा पकड़ी गई मछली की विशेषताएं बनाए रखता है। यह उत्पाद पूरी तरह से प्राकृतिक है, इसमें कोई भी एडिटिव, संरक्षक या रंग नहीं डाला गया है।
मूल्य में कर शामिल है
यह टुन्नो, जिसका वैज्ञानिक नाम Thunnus obesus है, प्रशांत/भारतीय महासागर में हुक लाइन वाली मछली पकड़ने वाली नौकाओं द्वारा पकड़ा जाता है। ताजा पकड़ी गई टुन्नो की मछली का सिर काटा जाता है, आंतें निकाली जाती हैं और खून निकाला जाता है, फिर इसे फाइल किया जाता है और इन फार्म जहाजों पर -60 डिग्री तापमान पर जमी किया जाता है। बाजार में इस टुन्नो को अल्ट्राफ्रोजन कहा जाता है, क्योंकि इस तेज जमाव के कारण यह ताजा पकड़ी गई मछली की विशेषताएं बनाए रखता है। यह उत्पाद पूरी तरह से प्राकृतिक है, इसमें कोई भी एडिटिव, संरक्षक या रंग नहीं डाला गया है।